जेल भेजे गए शिक्षक समेत पांच आरोपितों को रिमांड पर लेगी एसआइटी
सीओ सिटी ने न्यायालय पहुंच रिमांड के लिए दिया प्रार्थना पत्र।
-रिमांड पर लेने के बाद रजिस्टर से गायब पन्ना व अन्य कागजात को बरामद करेगी एसआइटी।
एसआइटी की जांच से बीएसए कार्यालय में मच गई है खलबली, कई कागजात हो गए हैं गायब
अनुदानित विद्यालयों में फर्जीवाड़ा कर शिक्षकों की नियुक्ति का मामला;
देवरिया
जिले के दो अनुदानित विद्यालयों में फर्जीवाड़ा का पर्दाफाश होने के बाद मामले की जांच कर रही एसआइटी अब गिरफ्तार कर जेल भेजे गए शिक्षक व कर्मचारियों को रिमांड पर लेगी। मंगलवार को एसआइटी के अध्यक्ष व सीओ सिटी श्रीयश त्रिपाठी ने रिमांड पर लेने के लिए न्यायालय में प्रार्थनापत्र दिया है।
एसटीएफ ने लघु माध्यमिक विद्यालय मदरसन व सहदेव पूर्व माध्यमिक विद्यालय में फर्जी अनुमोदन पत्र के आधार पर शिक्षकों की नियुक्ति व भुगतान का पर्दाफाश किया है। वित्त एवं लेखाधिकारी समेत 19 लोगों को एसटीएफ ने आरोपित बनाया है। इस मामले में बीएसए कार्यालय के चपरासी समेत पांच आरोपित जेल भेजे जा चुके हैं। अब एडीजी के निर्देश पर एसआइटी का गठन कर पूरे प्रकरण की जांच कराई जा रही है। एसटीएफ ने बीएसए कार्यालय पहुंच कागजात मांगे, लेकिन बीएसए कार्यालय से कई कागजात गायब होने पर नहीं मिल सका। इस मामले में भी कोतवाली पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है। कागजात न मिलता देख एसआइटी ने अब आरोपितों को रिमांड पर लेकर गायब कागजात बरामद करने की तैयारी में है।
एसआइटी के अध्यक्ष त्रिपाठी ने कहा कि रिमांड पर लिया जाएगा। ताकि कुछ और गड़बड़ियां भी सामने आ सके। साथ ही गायब कागजात भी बरामद हो सके। दिनभर जिले में जमी रही एसटीएफ
एसआइटी में शामिल एसटीएफ मंगलवार को भी जिले में जमी रही। एसपी कार्यालय पहुंचने के साथ ही कोतवाली में भी एसटीएफ दिखी। सूत्रों का दावा है कि कुछ लोगों से फर्जी भर्ती के मामले में पूछताछ की।
More Stories
संदिग्ध परिस्थितियों ADM की मौत
पढ़िये मुख्यमंत्री का जनपद में कार्यक्रम कब और कहाँ
सिद्धार्थनगर में राज्यपाल के कार्यक्रम का पत्रकारों ने किया बहिष्कार