गोरखपुर/पल्लवी शुक्ला
गोरखपुर में AIIMS और फातिमा हॉस्पिटल को लेकर कन्फ्यूजन
जानिए NIC की वेबसाइट को लेकर क्या हुई शिकायत
गोरखपुर यदि आपको लगता है कि फातिमा अस्पताल निजी अस्पताल है और यहां इलाज के लिए पैसे देने होंगे तो यह गलत है। यह एक सरकारी अस्पताल है और यहां नि:शुल्क इलाज होता है। चौंकिए मत। यह हम नहीं बल्कि गोरखपुर एनआईसी की वेबसाइट बता रही है। जबकि गोरखपुर एम्स का जिक्र ही नहीं है।
एनआईसी पर गोरखपुर के छह सरकारी अस्पतालों के साथ ही फातिमा अस्पताल सातवें सरकारी अस्पताल के रूप में दर्ज है। ऐसे में यहां अन्य अस्पतालों की तरह नि:शुल्क इलाज होना चाहिए। लेकिन फातिमा अस्पताल पूरी तरह से निजी अस्पताल है और मिशनरीज के तहत संचालित होता है। यहां भी अन्य अस्पतालों की तरह ओपीडी से लेकर जांच, और भर्ती से लेकर ऑपरेशन तक अच्छी खासी फीस चुकानी होती है। हां, यह जरूर है कि इस अस्पताल में साफ-सफाई बेहतर होने के साथ-साथ नर्सिंग केयर भी अव्वल दर्जे का है।
अब यह समझ से परे है कि एनआईसी ने इस अस्पताल को क्या समझ कर सरकारी अस्पताल की श्रेणी में दर्ज किया है। बहरहाल इस गड़बड़ी की जानकारी होने पर गोरखपुर के समाजसेवी राजेश मणि त्रिपाठी ने गोरखपुर जिला प्रशासन से लेकर शासन तक शिकायत की है। उन्होंने मेल में लिखा है कि फातिमा निजी अस्पताल है, इसे सरकारी में क्यों शामिल किया गया। अगर इसे सरकारी अस्पताल का दर्जा दिया गया है तो यहां नि:शुल्क इलाज की व्यवस्था कराएं।
सूची में एम्स का नाम ही नहीं
हैरान करने वाली बात तो यह है कि पिछले साल से शुरू हुए एम्स का वेबसाइट में जिक्र ही नहीं है। जबकि केन्द्र द्वारा चलाए जाने वाले एम्स पूरी तरह से सरकारी है। बावजूद इसके सरकारी अस्पतालों की सूची में
इसका कोई जिक्र ही नहीं है।
जिले के सरकारी अस्पताल
1. जिला अस्पताल गोरखपुर
2. जिला महिला अस्पताल, गोरखपुर
3. नेहरू अस्पताल, बीआरडी मेडिकल कॉलेज, गोरखपुर
4. एलएनएम रेलवे अस्पताल, असुरन गोरखपुर
5. वायु सेना अस्पताल, रेलवे कालोनी, नंदा नगर, गोरखपुर
6. आई अस्पताल (सीतापुर शाखा), पार्क रोड, गोरखपुर
7. फातिमा अस्पताल, मदर टेरेसा रोड, पादरी बाजार, गोरखपुर
(स्रोत – एनआईसी गोरखपुर)
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