लख़नऊ/हेड
उत्तरप्रदेश का लखीमपुर खीरी कांड में प्रशासन ने पुष्टि की कुल 6 मौत हुई थी …प्रशासन लखीमपुर खीरी
वहीं मुख्यमंत्री ने ब्राह्मण सभा मे शिरकत करने पर विपक्षियों को ब्राह्मण विरोधी बता तंज कसा और कहा लखीमपुर खीरी कांड में दो ब्राह्मण भी मरे
सीएम योगी आदित्यनाथ ने ब्राह्मण सम्मेलन पर कहा
लखीमपुर में दो ब्राह्मण भी मारे गए, ये लोग वहां क्यों नहीं गए।
अखिलेश यादव दोनों पीड़ित परिवार के यहां क्यों नही गए।
शायद यह कथन सही भी है अगर आप समानता रखते हैं तो आपको उन ब्राह्मण परिवार में भी जाना चाहिये जिसने अपना लाल खोया आखिर क्यू विपक्षी उन ब्राह्मण परिवार में जाना उचित नहीं समझे क्या वो लखीमपुर खीरी कांड पर राजनीति कर रहे हैं या अन्याय के खिलाफ आवाज़ उठा रहे हैं पर ब्राह्मण परिवारों के घर न जाने से अन्याय के खिलाफ लड़ने की बात कहना ग़लत होगा ….
विपक्षी अपनी राजनीतिक। गलियारों के सहारे 2022 के लिये वोट की रोटी सेंक रहें है न कि अन्याय के खिलाफ लड़ाई इससे यही साबित हो रहा है।
अगर किसानों की मौत पर उनके परिवार को एक या दो करोड़ रुपये चाहिये तो क्या ब्राह्मण परिवार के खोये हुए लोगों को नही चाहिये ।
भारत एक समानता का देश है जहाँ कानून और संविधान सबके लिये एक बराबर है तो ऐसे में उस ब्राह्मण परिवार की किसी ने मदद के लिये आगे हाथ बढ़ाया …..
हम वर्तमान सरकार के मुखिया के आभारी है जो ब्राह्मण परिवार के बारे में भी सोचे एक बराबर और मदद के लिये आगे बढ़े।
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