महाराजगंज/रहमतुल्लाहसिद्दीकी
हर वर्ष की तरह इस बार बार सुरक्षा, स्वच्छता और सौंदर्य की थीम पर इस बार महाराजगंज में खिचड़ी मेला का विशेष भव्य रहा। जिलाधिकारी अनुनय झा के निर्देश पर जिला प्रशासन द्वारा इस बार खिचड़ी मेले में कुछ विशेष पहल जिला प्रशासन द्वारा की गई, जिनके कारण खिचड़ी मेला अत्यधिक भव्य और श्रद्धालुओं के लिए सुविधाजनक और आकर्षक बन गया। मकर संक्रांति के अवसर पर पूरे आयोजन को और अधिक आकर्षक बनाने के लिए जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक द्वारा कैंडल बैलून उड़ाया गया।
इस वर्ष आयोजित खिचड़ी मेले में सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए जिलाधिकारी ने सभी जरूरी इंतजाम सुनिश्चित करने का निर्देश किया था। इस क्रम में मेला क्षेत्र में दो खोया–पाया केंद्र और मेला परिसर सहित सभी प्रमुख पॉइंट पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। और पूरे क्षेत्र और मंदिर की ओर आने वाले मार्गों में प्रकाश व्यवस्था कर पूरे क्षेत्र को डार्क स्पॉट मुक्त किया गया। मेले में पहली बार विद्युत सुरक्षा और अग्निशमन प्रमाण पत्र लिया गया।
जिलाधिकारी के निर्देश पर मेले में तीनदिवसीय स्वास्थ्य कैंप का आयोजन भी किया गया, जिसमें चिकित्सक और स्टाफ सहित एंबुलेंस और सभी आवश्यक दवाओं की उपलब्धता स्वास्थ्य विभाग द्वारा सुनिश्चित की गई थी। मेला परिषद में श्श्रद्धालुओं को ठंड से बचाने के लिए जगह-जगह अलाव की व्यवस्था की गई। साथ ही खिचड़ी चढ़ाने आने वाले श्रद्धालु के लिए चाय की व्यवस्था प्रशासन द्वारा सुनिश्चित की गई थी। साथ ही अस्थाई रैनबसेरा स्थापित किया गया था और मंदिर परिसर में कंबल का वितरण भी जिला प्रशासन द्वारा कराया गया।
इस बार का मेला स्वच्छता की दृष्टि से भी विशेष रहा और पूरे मेला क्षेत्र में साफ सफाई सुनिश्चित करने हेतु जिलाधिकारी म द्वारा 10 मोबाइल शौचालय और 12 पानी के टैंकर को स्थापित कराया गया। इसमें जिलाधिकारी के पहल पर चार मोबाइल शौचालय कुशीनगर से मंगाए गए थे साथ ही पूरे
क्षेत्र में नगर पंचायत के 80 सफाईकर्मियों के अलावा 80 सफाईकर्मियों की विशेष तैनाती पंचायतों के माध्यम से कराई गई थी। मेला क्षेत्र में लगातार एंटी लारवा और ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव तथा फॉगिंग नगर पंचायत द्वारा करवाई गई।
मेले को सुंदर, आकर्षक और भव्य बनाने के लिए सभी मार्गों पर भव्य तोरण द्वार बनवाए गए। मंदिर और मेला क्षेत्र का सुंदरीकरण कराया गया। मार्गों को भगवा वस्त्रों और रंगीन प्रकाश से सुज्जजित किया गया। मंदिर परिसर में जगह–जगह सेल्फी प्वाइंट लगवाए गए। गर्भगृह से पूजन का सीधा प्रसारण एलईडी स्क्रीन के माध्यम से सुनिश्चित कराया गया। इसके अलावा पूरे क्षेत्र में पीए सिस्टम के माध्यम से मंद धुन पर भजन बजने की व्यस्था भी कराई गई थी।
More Stories
संदिग्ध परिस्थितियों ADM की मौत
पढ़िये मुख्यमंत्री का जनपद में कार्यक्रम कब और कहाँ
सिद्धार्थनगर में राज्यपाल के कार्यक्रम का पत्रकारों ने किया बहिष्कार