दिल्ली/आकांक्षा सिंह
भारतमाला प्रोजेक्ट पर पहली बार उतरे फाइटर प्लेन मिग, सुखोई और हरक्यूलिस, पाकिस्तान बॉर्डर के पास हुई रिहर्सल
भारत-पाक बॉर्डर पर बाड़मेर-जालोर जिले की सीमा पर अगड़ावा में बन रही देश की पहली इमरजेंसी एयर स्ट्रिप का उद्घाटन गुरुवार को किया जाएगा। इससे पहले बुधवार को यहां रिहर्सल के तौर पर तीन फाइटर प्लेन उतारे गए। इसके लिए सुबह एयरफोर्स अधिकारियों की निगरानी में सुबह सबसे पहले हरक्यूलिस प्लेन को उतारा गया।
जानकारी के अनुसार भारतमाला प्रोजेक्ट के तहत बाड़मेर-जालोर की सीमा पर देश की पहली इमरजेंसी एयर स्ट्रिप तैयार की गई है। यह एयर स्ट्रिप पाकिस्तान बॉर्डर से महज 40 किलोमीटर की दूरी पर है। बुधवार को हुए रिहर्सल में यहां एयरफोर्स व पुलिस अधिकारियों का जाब्ता तैनात रहा। इस दौरान सबसे पहले हरक्यूलिस विमान उतारा गया। इसके बाद सुखोई और मिग के साथ अगस्ता हेलिकॉप्टर की भी लैंडिग हुई। यहां दोपहर 2 बजे तक आवागमन को भी बंद कर दिया गया।
बाड़मेर-जालोर जिले की सीमा अगड़ावा में बनी इमरजेंसी हवाई पट्टी वायुसेना के लिए इमरजेंसी इस्तेमाल के लिए बनाई गई है। 32.95 करोड़ रुपए की लागत से बनी इस हवाई पट्टी की 3 किमी. लंबाई और 33 मीटर चौड़ाई है। हवाई पट्टी के दोनों सिरों पर 40 गुणा 180 मीटर आकार की दो पार्किंग भी बनाई गई है, ताकि लैंडिंग के बाद विमानों को पार्क किया जा सके। इसके अलावा 25 गुणा 65 मीटर आकार की एटीसी प्लिंथ का डबल मंजिला एटीसी केबिन के साथ निर्माण किया गया है, जो पूरी तरह से वॉशरूम सुविधायुक्त है। इसके अलावा इमरजेंसी हवाई पट्टी के पास 3.5 किमी. लंबी और 7 मीटर चौड़ी सर्विस रोड भी बनाई गई है। इस पर 33 करोड़ रुपए खर्च हुए हैं। एयरपोर्ट के अलावा पहली बार देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी किसी हवाई पट्टी पर उतरेंगे। रक्षा व ट्रांसपोर्ट मंत्रालय के सहयोग से देश में इस तरह के करीब 12 हाईवे तैयार किए जा रहे हैं।
कल रक्षा मंत्री व सड़क परिवहन मंत्री करेंगे उद्घाटन
इस एयर स्ट्रीप का उद्घाटन गुरुवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह व सड़क परिवहन व राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी करेंगे। इससे पहले वायुसेना ने बुधवार को रिहर्सल शुरू कर दिया है। पाकिस्तान बॉर्डर से सटी देश की यह पहली हवाई पट्टी है।
अंतरराष्ट्रीय बॉर्डर तारबंदी के नजदीक पहला ‘टच एंड गो’ ऑपरेशन
देश की पहली आपातकालीन हवाई पट्टी पर 9 सितंबर को करीब डेढ़ घंटे तक वायुसेना के बेड़े में शामिल कई लड़ाकू विमान तेज गर्जना के साथ उतरेंगे और उड़ान भी भरेंगे। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह व सड़क परिवहन व राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी इस हवाई पट्टी पर लड़ाकू विमानों के ट्रायल के साक्षी बनेंगे। इस दौरान सुखोई एसयू-30, मिग और जगुआर जैसे लड़ाकू विमान तेज गर्जना के साथ आपातकालीन हवाई पट्टी पर लैंडिंग करेंगे।
33 मीटर चौड़ी, 3 किमी. लंबी है हवाई पट्टी
बाड़मेर के गांधव (बाखासर) में भारत माला हाईवे NH-925A पर बनी आपातकालीन हवाई पट्टी 3000 मीटर (3 किमी.) लंबी और 33 मीटर चौड़ी है। इस हवाई पट्टी को बनाने में 32.95 करोड़ रुपए लागत आई है। भारत-पाक बॉर्डर से महज 40 किमी. दूरी पर यह हवाई पट्टी बनाई गई है।
फाइटर प्लेन उतरने से लेकर पार्किंग तक की सुविधा
हवाई पट्टी के दोनों सिरों पर 40 गुणा 180 मीटर की दो पार्किंग भी बनाई गई है, ताकि फाइटर प्लेन को पार्किंग में रखा जा सके। इसके अलावा 25 गुणा 65 मीटर आकार की एटीसी प्लिंथ का डबल मंजिला एटीसी केबिन के साथ निर्माण किया गया है, जो पूरी तरह से वॉशरूम सुविधायुक्त है। हवाई पट्टी के सहारे से 3.5 किमी. लंबी 7 मीटर चौड़ी सर्विस रोड भी बनाई गई है।
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